भारत रत्न पुरस्कार

भारत रत्न पुरस्कार भारत सरकार द्वारा दिया जाने वाला देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। इसका उद्देश्य भारत के नागरिकों (और कभी-कभी विदेशी नागरिकों) को उनके असाधारण और सर्वोपरि योगदान के लिए सम्मानित करना है, जो राष्ट्र के विकास, प्रगति और प्रतिष्ठा को ऊँचाइयों तक ले जाते हैं। यह सम्मान कला, साहित्य, विज्ञान, सार्वजनिक सेवा, खेल आदि क्षेत्रों में दिया जाता है।


🏆 भारत रत्न पुरस्कार की प्रमुख बातें:

🔹 स्थापना: 2 जनवरी 1954
🔹 प्रथम प्राप्तकर्ता: डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन, सी. राजगोपालाचारी, डॉ. सी. वी. रमन (1954)
🔹 कौन पा सकता है: कोई भी व्यक्ति – कला, साहित्य, विज्ञान, सार्वजनिक सेवा, खेल आदि में अतुलनीय योगदान के लिए
🔹 मरणोपरांत भी दिया जाता है: हाँ
🔹 गैर-भारतीयों को भी मिला है: जैसे – खान अब्दुल गफ्फार खान, नेल्सन मंडेला
🔹 प्रारंभ में यह केवल कला, साहित्य, विज्ञान और सार्वजनिक सेवा तक ही सीमित था, लेकिन 2011 में इसमें खेल को भी शामिल कर लिया गया।


🪪 पुरस्कार स्वरूप:

  • यह एक नागरिक सम्मान है, न कि पदवी (Title)।
  • इससे किसी प्रकार की आर्थिक सहायता या विशेष सुविधा नहीं मिलती है।
  • एक तांबे से बना पदक जो पीपल के पत्ते के आकार का होता है
  • उस पर “भारत रत्न” लिखा होता है और एक उगता हुआ सूर्य बना होता है
  • पीछे की ओर भारत का राष्ट्रीय चिह्न और “सत्यमेव जयते” अंकित होता है

📜 कुछ प्रसिद्ध भारत रत्न प्राप्तकर्ता:

वर्षनामक्षेत्र
1954डॉ. सी. वी. रमनविज्ञान
1955पं. जवाहरलाल नेहरूराजनीति
1966लाल बहादुर शास्त्री (मरणोपरांत)सार्वजनिक सेवा
1980मदर टेरेसासमाज सेवा
1990डॉ. भीमराव अंबेडकर (मरणोपरांत)समाज सुधार
1997गुलजारीलाल नंदासार्वजनिक सेवा
2001लता मंगेशकरसंगीत
2001उस्ताद बिस्मिल्लाह खानसंगीत
2014सचिन तेंदुलकरखेल
2015अटल बिहारी वाजपेयीराजनीति
2019प्रणब मुखर्जीसार्वजनिक सेवा
2024कर्पूरी ठाकुर (मरणोपरांत)समाज सेवा

🔷 किसे दिया जाता है:

  • भारत रत्न किसी भारतीय नागरिक को ही नहीं बल्कि गैर-भारतीय नागरिकों को भी दिया जा सकता है (जैसे नेल्सन मंडेला, खान अब्दुल गफ्फार खान)।
  • यह पुरस्कार मरणोपरांत (Posthumously) भी दिया जा सकता है।

🔷 चयन प्रक्रिया:

  • भारत रत्न के लिए कोई औपचारिक नामांकन प्रक्रिया नहीं होती।
  • प्राप्तकर्ताओं का चयन भारत के प्रधानमंत्री की अनुशंसा पर राष्ट्रपति द्वारा किया जाता है।

🔷 अब तक कुल प्राप्तकर्ता:

  • 2024 तक कुल 53 लोगों को यह सम्मान प्रदान किया गया है।

वर्षवार भारत रत्न पुरस्कार विजेताओं की सूची:​

1954:

  • सी. राजगोपालाचारी: स्वतंत्रता सेनानी, अंतिम गवर्नर-जनरल, पहले गृह मंत्री, और मद्रास राज्य के मुख्यमंत्री।​
  • डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन: प्रख्यात शिक्षाविद्, पहले उपराष्ट्रपति (1952-1962) और दूसरे राष्ट्रपति (1962-1967)।​
  • डॉ. सी. वी. रमन: भौतिक विज्ञानी, प्रकाश प्रकीर्णन पर कार्य के लिए 1930 में भौतिकी का नोबेल पुरस्कार प्राप्त किया।​

1955:

  • डॉ. भगवान दास: स्वतंत्रता सेनानी, थियोसॉफिस्ट, और शिक्षाविद्; काशी विद्यापीठ के सह-संस्थापक।​
  • डॉ. एम. विश्वेश्वरैया: प्रख्यात इंजीनियर और दीवान (प्रधानमंत्री) मैसूर राज्य के; आधुनिक भारत के निर्माण में योगदान।​
  • पंडित जवाहरलाल नेहरू: स्वतंत्रता सेनानी और भारत के पहले प्रधानमंत्री (1947-1964)।​

1957:

  • गोविंद बल्लभ पंत: स्वतंत्रता सेनानी, उत्तर प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री, और भारत के गृह मंत्री।​

1958:

  • डॉ. धोंडो केशव कर्वे: समाज सुधारक, विधवा पुनर्विवाह और महिला शिक्षा के प्रबल समर्थक।​

1961:

  • डॉ. बिधान चंद्र रॉय: प्रख्यात चिकित्सक और पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री।​
  • पुरुषोत्तम दास टंडन: स्वतंत्रता सेनानी और हिंदी भाषा के प्रचारक।​

1962:

  • डॉ. राजेंद्र प्रसाद: स्वतंत्रता सेनानी और भारत के पहले राष्ट्रपति (1950-1962)।​

1963:

  • डॉ. जाकिर हुसैन: शिक्षाविद्, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के उपकुलपति, और भारत के तीसरे राष्ट्रपति (1967-1969)।​
  • डॉ. पांडुरंग वामन काणे: संस्कृत विद्वान और प्राचीन भारतीय धर्मशास्त्र पर प्रमुख कार्यों के लेखक।​

1966:

  • लाल बहादुर शास्त्री (मरणोपरांत): स्वतंत्रता सेनानी और भारत के दूसरे प्रधानमंत्री; “जय जवान जय किसान” का नारा दिया।​

1971:

  • इंदिरा गांधी: भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री (1966-1977, 1980-1984)।​

1975:

  • वी. वी. गिरि: स्वतंत्रता सेनानी और भारत के चौथे राष्ट्रपति (1969-1974)।​

1976:

  • के. कामराज (मरणोपरांत): स्वतंत्रता सेनानी और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री; कांग्रेस पार्टी के पुनर्गठन में महत्वपूर्ण भूमिका।​

1980:

  • मदर टेरेसा: कोलकाता में मिशनरीज ऑफ चैरिटी की स्थापना; गरीबों और बीमारों की सेवा के लिए प्रसिद्ध।​

1983:

  • अचिन्त्य कुमार सेनगुप्ता (मरणोपरांत): बांग्ला साहित्य के प्रमुख लेखक और कवि।​

1987:

  • खान अब्दुल गफ्फार खान (गैर-भारतीय): “सीमांत गांधी” के नाम से प्रसिद्ध, अहिंसक स्वतंत्रता आंदोलन के नेता।​

1988:

  • डॉ. एम. जी. रामचंद्रन (मरणोपरांत): तमिल सिनेमा के अभिनेता और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री।​

1990:

  • डॉ. भीमराव अंबेडकर (मरणोपरांत): भारतीय संविधान के प्रमुख निर्माता और समाज सुधारक।​
  • नेल्सन मंडेला (गैर-भारतीय): दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति और रंगभेद विरोधी आंदोलन के नेता।​

1991:

  • राजीव गांधी (मरणोपरांत): भारत के प्रधानमंत्री (1984-1989)।​
  • सरदार वल्लभभाई पटेल (मरणोपरांत): स्वतंत्रता सेनानी और भारत के पहले उपप्रधानमंत्री; देशी रियासतों के एकीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका।​
  • मोरारजी देसाई: भारत के प्रधानमंत्री (1977-1979)।​

1992:

  • मौलाना अबुल कलाम आज़ाद (मरणोपरांत): स्वतंत्रता सेनानी और भारत के पहले शिक्षा मंत्री।​
  • जे. आर. डी. टाटा: उद्योगपति और टाटा समूह के अध्यक्ष; भारतीय विमानन उद्योग के अग्रणी।​
  • सत्यजीत रे: प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक; भारतीय सिनेमा को विश्व स्तर पर पहचान दिलाई।​

1997:

  • गुलजारीलाल नंदा: भारत के कार्यवाहक प्रधानमंत्री और योजना आयोग के उपाध्यक्ष।​
  • अरुणा आसफ अली (मरणोपरांत): स्वतंत्रता सेनानी; 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में भागीदारी।​
  • डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम: वैज्ञानिक और भारत के राष्ट्रपति (200

🎯 महत्व:

भारत रत्न न केवल व्यक्तिगत उपलब्धियों का सम्मान है, बल्कि यह राष्ट्र के प्रति सर्वोच्च समर्पण और सेवा की पहचान है। यह सम्मान देशवासियों के लिए प्रेरणा स्रोत है। यह उन लोगों को सम्मानित करता है जिन्होंने अपने जीवन को राष्ट्र सेवा, समाज कल्याण और उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए समर्पित किया है।

References:

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