भारत के प्रमुख दर्रे

दर्रे (Passes) पर्वतों के बीच स्थित वे प्राकृतिक संकरे मार्ग होते हैं, जो दो स्थानों को जोड़ते हैं। ये मार्ग प्राचीन काल से ही व्यापार, यात्रा, सैन्य गतिविधियों और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के लिए उपयोग में लाए जाते रहे हैं। भारत में, विशेष रूप से हिमालयी क्षेत्र में, कई प्रमुख दर्रे स्थित हैं जो सामरिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। इस पोस्ट में हम भारत के प्रमुख दर्रों के बारे में विस्तार से जानेंगे।

दर्रों की प्रमुख विशेषताएँ:

  • ये ऊँचे पर्वतीय क्षेत्रों में पाए जाते हैं।
  • जलवायु कठोर होती है — विशेष रूप से हिमालयी दर्रों में बर्फबारी आम है।
  • कई दर्रे सीमाओं पर स्थित हैं और सुरक्षा के दृष्टिकोण से रणनीतिक होते हैं।
  • कुछ दर्रों को सड़कों द्वारा मोटरेबल बना दिया गया है (जैसे खारदुंग ला)।

दर्रों का महत्व:

  1. भौगोलिक – ये पर्वत श्रृंखलाओं को पार करने का मार्ग प्रदान करते हैं।
  2. सामरिक – सेना के आवागमन और निगरानी के लिए ये अहम होते हैं।
  3. आर्थिक – व्यापार मार्ग के रूप में इनका ऐतिहासिक महत्व रहा है।
  4. सांस्कृतिक – अलग-अलग सभ्यताओं के बीच संवाद का माध्यम बने हैं।

भारत का भौगोलिक परिदृश्य विविधताओं से भरा हुआ है, जिसमें ऊँची पर्वतमालाएँ भी शामिल हैं। इन पर्वत श्रृंखलाओं में स्थित दर्रे (Passes) न केवल ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि व्यापार और सैन्य रणनीति में भी इनकी भूमिका अहम रही है। ये दर्रे भारत को पड़ोसी देशों से जोड़ने के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों के बीच संपर्क का प्रमुख साधन भी हैं।

1. हिमालय क्षेत्र के प्रमुख दर्रे

हिमालय में स्थित दर्रे ऐतिहासिक व्यापार मार्गों के रूप में प्रसिद्ध हैं। इनमें से कुछ सामरिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।

(i) काराकोरम दर्रा (Karakoram Pass)

  • स्थिति: लद्दाख
  • विशेषता: यह दर्रा ऐतिहासिक सिल्क रूट का हिस्सा रहा है और भारत-चीन सीमा पर स्थित है। इसकी ऊँचाई लगभग 5,540 मीटर है।

(ii) जोज़िला दर्रा (Zoji La Pass)

  • स्थिति: लद्दाख
  • विशेषता: यह श्रीनगर को लेह से जोड़ता है और भारत के सबसे कठिन दर्रों में से एक माना जाता है।

(iii) खारदुंग ला (Khardung La Pass)

  • स्थिति: लद्दाख
  • विशेषता: यह दुनिया की सबसे ऊँची मोटरेबल सड़क में से एक है, जिसकी ऊँचाई 5,359 मीटर है।

(iv) नाथू ला (Nathu La Pass)

  • स्थिति: सिक्किम
  • विशेषता: यह दर्रा भारत और चीन के बीच व्यापार मार्ग का हिस्सा है।

(v) लिपुलेख दर्रा (Lipulekh Pass)

  • स्थिति: उत्तराखंड
  • विशेषता: यह दर्रा कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए एक प्रमुख मार्ग है।

(vi) रोहतांग दर्रा (Rohtang Pass)

  • स्थिति: हिमाचल प्रदेश
  • विशेषता: यह मनाली को लाहौल-स्पीति से जोड़ता है और हिमाचल प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है।

(vii) बारा-लाचा ला दर्रा (Baralacha La Pass)

  • स्थिति: हिमाचल प्रदेश
  • विशेषता: यह लेह-मनाली मार्ग पर स्थित है और समुद्र तल से 4,890 मीटर की ऊँचाई पर है।

(viii) माना और नीति दर्रा (Mana & Niti Passes)

  • स्थिति: उत्तराखंड
  • विशेषता: यह दर्रे भारत और तिब्बत को जोड़ने वाले प्राचीन व्यापार मार्गों में से हैं और कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए उपयोग किए जाते हैं।

(ix) शिपकिला दर्रा (Shipki La Pass)

  • स्थिति: हिमाचल प्रदेश
  • विशेषता: यह भारत-चीन व्यापार मार्ग का एक प्रमुख हिस्सा है।

(x) जेलेप ला दर्रा (Jelep La Pass)

  • स्थिति: सिक्किम
  • विशेषता: यह सिक्किम को तिब्बत से जोड़ता है और ऐतिहासिक रूप से एक महत्वपूर्ण व्यापारिक मार्ग रहा है।

2. पश्चिमी घाट के प्रमुख दर्रे

पश्चिमी घाट में कई ऐसे दर्रे हैं जो व्यापार और परिवहन के लिए महत्वपूर्ण रहे हैं।

(i) भोरघाट (Bhor Ghat)

  • स्थिति: महाराष्ट्र
  • विशेषता: यह मुंबई और पुणे के बीच का प्रमुख मार्ग है।

(ii) पालघाट (Palakkad Pass)

  • स्थिति: केरल-तमिलनाडु सीमा
  • विशेषता: यह केरल और तमिलनाडु के बीच प्रमुख व्यापारिक मार्ग है।

3. पूर्वी घाट के प्रमुख दर्रे

पूर्वी घाट में स्थित दर्रे दक्षिण भारत के राज्यों को आपस में जोड़ते हैं।

(i) कोरापुट दर्रा (Koraput Pass)

  • स्थिति: ओडिशा
  • विशेषता: यह ओडिशा और आंध्र प्रदेश को जोड़ता है।

4. अरावली और सतपुड़ा क्षेत्र के प्रमुख दर्रे

(i) हाथीघाट दर्रा (Hathighat Pass)

  • स्थिति: राजस्थान
  • विशेषता: यह अरावली पर्वतमाला में स्थित एक महत्वपूर्ण दर्रा है।

(ii) डलघाट दर्रा (Dalghat Pass)

  • स्थिति: मध्य प्रदेश
  • विशेषता: यह सतपुड़ा पर्वत में स्थित है और स्थानीय संपर्क मार्ग के रूप में कार्य करता है।

5. पूर्वोत्तर भारत के प्रमुख दर्रे

पूर्वोत्तर भारत में कई ऐसे दर्रे हैं जो सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं।

(i) बोमडिला दर्रा (Bomdila Pass)

  • स्थिति: अरुणाचल प्रदेश
  • विशेषता: यह भारत और तिब्बत के बीच एक महत्वपूर्ण संपर्क मार्ग है।

(ii) डिफू दर्रा (Difu Pass)

  • स्थिति: अरुणाचल प्रदेश
  • विशेषता: यह भारत और म्यांमार को जोड़ने वाला मार्ग है।

(iii) यांगयाप दर्रा (Yangyap Pass)

  • स्थिति: अरुणाचल प्रदेश
  • विशेषता: यह एक सामरिक महत्व का दर्रा है जो क्षेत्रीय संपर्क में सहायक है।

निष्कर्ष

भारत के विभिन्न दर्रे भौगोलिक, ऐतिहासिक और सामरिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। ये न केवल यात्रा और व्यापार के मार्ग हैं, बल्कि देश की सुरक्षा और सांस्कृतिक आदान-प्रदान में भी अहम भूमिका निभाते हैं। इन दर्रों का महत्व आज भी बना हुआ है, क्योंकि कई दर्रे सामरिक और पर्यटन के लिहाज से महत्वपूर्ण हैं।

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