Q1. | एनीमोफिली (Anemophily) परागण है - |
A.जन्तुओं द्वारा |
|
B.कीटों द्वारा |
|
C.वायु द्वारा |
|
D.जल द्वारा |
Ans: वायु द्वारा
Q2. | एन्टमोफिली (entomophily) परागण है - |
A.जन्तुओं द्वारा |
|
B.कीटों द्वारा |
|
C.वायु द्वारा |
|
D.जल द्वारा |
Ans: कीटों द्वारा
Q3. | चमगादड़ द्वारा परागण कहलाता है - |
A.एंटोमोफिली |
|
B.एनीमोफिली |
|
C.आर्निथोफिली |
|
D.चिरेपरोफिली |
Ans: चिरेपरोफिली
Q4. | जुफिली (जूफिली) परागण होता है - |
A.जन्तुओं द्वारा |
|
B.जल द्वारा |
|
C.वायु द्वारा |
|
D.कीट द्वार |
Ans: जन्तुओं द्वारा
Q5. | आर्निथोफिली (Ornithophily) परागण होता है - |
A.पक्षियों द्वारा |
|
B.चमगादड़ द्वारा |
|
C.वायु द्वारा |
|
D.मानव द्वार |
Ans: पक्षियों द्वारा
Q6. | जल द्वारा परागण कहलाता है ? |
A.जुफिली |
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B.हाइड्रोफिली |
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C.एन्टमोफिली |
|
D.एनीमोफिली |
Ans: हाइड्रोफिली
Q7. | जो परागण बंद पुष्पों में होता है , कहलाता है - |
A.क्लीस्टोगैमी |
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B.एलोगैमी |
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C.ऑटोगैमी |
|
D.इमसे से कोई नहीं |
Ans: क्लीस्टोगैमी
Q8. | पर-परागण लाभदायक होता है , क्युकि इसके कारण होता है - |
A.नर संतान का निर्माण |
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B.दुर्बल संतान |
|
C.अछी संतान |
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D.बीजों का निर्माण |
Ans: अछी संतान
Q9. | वर्तिकाग्र (Style) सदैव खुरदरा एवं चिपचिपा होता है - |
A.जल परागित पुष्पों में |
|
B.कीट परागित पुष्पों में |
|
C.वायु परागित पुष्पों में |
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D.सभी प्रकार के पुष्पों में |
Ans: कीट परागित पुष्पों में
Q10. | घोंघे (Snail) द्वारा परागण कहलाता है - |
A.जुफिली |
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B.एंटमोफिली |
|
C.चिरेपटरोफिली |
|
D.मेलेकोफिली |
Ans: मेलेकोफिली
Q11. | सुगन्धित पुष्पों में परागण किसके द्वारा होता है ? |
A.वायु द्वारा |
|
B.जल द्वारा |
|
C.कीट द्वारा |
|
D.पक्षी द्वारा |
Ans: कीट द्वारा
Q12. | परागण (Pollen Grains) है - |
A.अपूर्ण विकसित भ्रूण |
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B.अपूर्ण विकसित नर युग्मकोदभिद |
|
C.बीजाणु मातृ कोशिका |
|
D.एक नर शुक्राणु कोशिका |
Ans: अपूर्ण विकसित नर युग्मकोदभिद
Q13. | कीटों द्वारा परागित फूलों के परागकण _____ होते हैं? |
A.चिकने और शुष्क |
|
B.रुक्ष और चिपचिपे |
|
C.रुक्ष और शुष्क |
|
D.बड़े और दिखने वाले |
Ans: रुक्ष और चिपचिपे
Q14. | निषेचन क्रिया है - |
A.एक नर युग्मक का अंडाणु से सयोंजन |
|
B.परागकणों का परागकोष से वर्तिकाग्र पर स्थानान्तरण |
|
C.नर युग्मकों का ध्रुवीय केन्द्र्कों से सयोंजन |
|
D.बीजांड से बीज का निर्माण |
Ans: एक नर युग्मक का अंडाणु से सयोंजन
Q15. | निषेचन के पश्चात बीजों के बीजवरण विकसित होते हैं- |
A.अध्यावरणों से |
|
B.भ्रूणपोष से |
|
C.विभाग से |
|
D.बीजाण्ड से |
Ans: अध्यावरणों से
Q16. | द्विनिषेचन (Double fertilization) होता है - |
A.ब्रायोफाइटस का |
|
B.टेरीडोफाइट्स का |
|
C.जिम्नोस्पर्म का |
|
D.आवृतबीजियों का |
Ans: आवृतबीजियों का
Q17. | अनिषेकजनन (Parthenogenesis) होता है - |
A.हार्मोन्स के बिना फल का परिवर्धन |
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B.बिना निषेचन के फल का परिवर्धन |
|
C.बिना निषेचन के अंडाणु का परिवर्धन |
|
D.बिना निषेचन के भ्रूण का परिवर्धन |
Ans: बिना निषेचन के अंडाणु का परिवर्धन
Q18. | बिना निषेचन के एक अंडाशय के फल में विकसित होने को कहते है - |
A.सिनजिनेसिस |
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B.पार्थीनोकार्पी |
|
C.एपोस्पोरी |
|
D.एपोगैमी |
Ans: पार्थीनोकार्पी
Q19. | निम्नलिखित में से कौन-सा फल अनिषेकफलनीय है ? |
A.केला |
|
B.सेब |
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C.शहतूत |
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D.स्ट्राबेरी |
Ans: केला
Q20. | गूदेदार थैलेमस किसमे खाने योग्य होता है ? |
A.आम |
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B.संतरा |
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C.टमाटर |
|
D.सेब |
Ans: सेब