वाक्य सुधार: Study Notes for CTET, TET, Samvida, SI, Vyapam


प्रिय पाठकों,
टी ई टी एवं अन्य परीक्षाओं में  व्याकरण भाग से विभिन्न प्रश्न पूछे जाते है ये प्रश्न आप  बहुत आसानी से हल कर सकते है  यदि आप हिंदी भाषा से सम्बंधित नियमों का अध्ययन ध्यानपूर्वक करें । यहां बहुत ही साधारण भाषा में विषय को समझाया गया है तथा विभिन्न उदाहरणों के माध्यम से भी अवधारणा को स्पष्ट किया गया है प्रस्तुत नोट्स को पढ़ने के बाद आप अशुद्ध वाक्यों के शुद्ध वाक्य से सम्बंधित विभिन्न प्रश्नों को आसानी से हल कर पाएंगे।
वाक्यों में शुद्धि के कुछ उदहारण प्रस्तुत किये गए  हैं जो आपको समझ विकसित करने में मदद करेंगे -
अशुद्ध वाक्यों के शुद्ध वाक्य:-
(1) वचन-संबंधी अशुद्धियाँ :
अशुद्ध वाक्य:-

पाकिस्तान ने गोले और तोपों से आक्रमण किया।
उसने अनेकों ग्रंथ लिखे।
महाभारत अठारह दिनों तक चलता रहा।
तेरी बात सुनते-सुनते कान पक गए।
पेड़ों पर तोता बैठा है।

 शुद्ध वाक्य:-

पाकिस्तान ने गोलों और तोपों से आक्रमण किया।
उसने अनेक ग्रंथ लिखे।
महाभारत अठारह दिन तक चलता रहा।
तेरी बातें सुनते-सुनते कान पक गए।
पेड़ पर तोता बैठा है।

(2) लिंग संबंधी अशुद्धियाँ :
अशुद्ध वाक्य:-

उसने संतोष का साँस ली।
सविता ने जोर से हँस दिया।
मुझे बहुत आनंद आती है।
वह धीमी स्वर में बोला।
राम और सीता वन को गई।

शुद्ध वाक्य:-

उसने संतोष की साँस ली।
सविता जोर से हँस दी।
मुझे बहुत आनंद आता है।
वह धीमे स्वर में बोला।
राम और सीता वन को गए।

(3) विभक्ति-संबंधी अशुद्धियाँ:
अशुद्ध वाक्य:-

मैं यह काम नहीं किया हूँ।
मैं पुस्तक को पढ़ता हूँ।
हमने इस विषय को विचार किया।
आठ बजने को दस मिनट है।
वह देर में सोकर उठता है।

शुद्ध वाक्य:-

मैंने यह काम नहीं किया है।
मैं पुस्तक पढ़ता हूँ।
हमने इस विषय पर विचार किया
आठ बजने में दस मिनट है।
वह देर से सोकर उठता है।

(4) संज्ञा संबंधी अशुद्धियाँ:
अशुद्ध वाक्य:-

मैं रविवार के दिन तुम्हारे घर आऊँगा।
कुत्ता रेंकता है।
मुझे सफल होने की निराशा है।
गले में गुलामी की बेड़ियाँ पड़ गई।

शुद्ध वाक्य:-

मैं रविवार को तुम्हारे घर आऊँगा।
कुत्ता भौंकता है।
मुझे सफल होने की आशा नहीं है।
पैरों में गुलामी की बेड़ियाँ पड़ गई।

(5) सर्वनाम की अशुद्धियाँ:
अशुद्ध वाक्य:-

गीता आई और कहा।
मैंने तेरे को कितना समझाया।
वह क्या जाने कि मैं कैसे जीवित हूँ।

शुद्ध वाक्य:-

गीता आई और उसने कहा।
मैंने तुझे कितना समझाया।
वह क्या जाने कि मैं कैसे जी रहा हूँ।

(6) विशेषण-संबंधी अशुद्धियाँ:
अशुद्ध वाक्य:-

किसी और लड़के को बुलाओ।
सिंह बड़ा बीभत्स होता है।
उसे भारी दुख हुआ।
सब लोग अपना काम करो।

शुद्ध वाक्य:-

किसी दूसरे लड़के को बुलाओ।
सिंह बड़ा भयानक होता है।
उसे बहुत दुख हुआ।
सब लोग अपना-अपना काम करो।

(7) क्रिया-संबंधी अशुद्धियाँ:
अशुद्ध वाक्य:-

क्या यह संभव हो सकता है ?
मैं दर्शन देने आया था।
वह पढ़ना माँगता है।
बस तुम इतने रूठ उठे बस,
तुम क्या काम करता है ?

शुद्ध वाक्य:-

क्या यह संभव है ?
मैं दर्शन करने आया था।
वह पढ़ना चाहता है।
तुम इतने में रूठ गए।
तुम क्या काम करते हो ?

(8) मुहावरे-संबंधी अशुद्धियाँ:
अशुद्ध वाक्य:-

युग की माँग का यह बीड़ा कौन चबाता है
वह श्याम पर बरस गया।
उसकी अक्ल चक्कर खा गई।
उस पर घड़ों पानी गिर गया।

शुद्ध वाक्य:-

युग की माँग का यह बीड़ा कौन उठाता है।
वह श्याम पर बरस पड़ा।
उसकी अक्ल चकरा गई।
उस पर घड़ों पानी पड़ गया।

(9) क्रिया-विशेषण-संबंधी अशुद्धियाँ:
अशुद्ध वाक्य:-

वह लगभग दौड़ रहा था।
सारी रात भर मैं जागता रहा।
तुम बड़ा आगे बढ़ गया।
इस पर्वतीय क्षेत्र में सर्वस्व शांति है।

शुद्ध वाक्य:-

वह दौड़ रहा था।
मैं सारी रात जागता रहा।
तुम बहुत आगे बढ़ गए.
इस पर्वतीय क्षेत्र में सर्वत्र शांति है।

धन्यवाद