वाक्य में क्रमबद्धता
इस भाग में वाक्यों को विभिन्न भागों में बाँट दिया जाता है तथा उनके चार विकल्प बना दिए जाते हैं तथा आपको उन्हें क्रम अनुसार लगाना होता है । इस तरह के प्रश्नों में अव्यवस्थित वाक्यांशों से एक सही क्रमबद्ध वाक्य बनाना होता है ।
निर्देश:- नीचे दिए गए प्रत्येक प्रश्न में वाक्य के पहले और अंतिम भागों को क्रमशः 1 और 6 की संख्या दी गयी है । इनके बीच में आने वाले अंशों को चार भागों में बॉटकर य ,र,ल,व्, की संख्या दी गयी है । ये चारों भाग उचित क्रम में नहीं हैं इन्हें ध्यान से पढ़कर दिए गए विकल्पों में से उचित क्रम चुनिए जिससे सही वाक्य का निर्माण हो ।
1. (1) स्वदेश प्रेम के
(य) नागरिकों ने देश के
(र) सदा
(ल) आह्वान पर
(व्) वशीभूत होकर
(6) बड़े से बड़ा त्याग किया है
(क) व् य ल र
(ख) य र ल व्
(ग) ल व् र य
(घ) व् र ल य
2. (1) गृहणी गृहस्थ जीवनरूपी नौका की यह पतवार है
(य) इस नौका को
(र) बचाती हुई
(ल) थपेड़ों और भवरों से
(व) जो अपनी बुद्धिबल ,चरित्रबल और त्यागमय जीवन से
(6) किनारे तक पहुंचाती है
(क) य र ल व
(ख) र ल य व
(ग) ल र व य
(घ) व य ल र
3. (1) मेरा विशवास है कि
(य) जिस चीज में मनुष्य के प्यारे हाथ लगते हैं
(र) और मन कि पवित्रता
(ल) उसमे उसके ह्रदय का प्रेम
(व) सूक्ष्म रूप में मिल जाती है
(6) उसमे मुर्दे को जिन्दा करने कि शक्ति आ जाती है
(क) य ल र व
(ख) र व ल य
(ग) ल व य र
(घ) व र य ल
4. (1) देश में अनुशासन कि पुनः स्थापना हेतु
(य) का थोड़ा बहुत समावेश
(र) यह आवश्यक है कि हमारी शिक्षा व्यवस्था में
(ल) अवश्य किया जाए
(व) नैतिक और चारित्रिक शिक्षा
(6) ताकि छात्रों को कर्तव्य - अकर्तव्य का ज्ञान हो सके
(क) य र ल व
(ख) र व य ल
(ग) ल व य र
(घ) व ल र य
5. (1) जब तक प्रेमचंद जी
(य) मुझे मुश्किल से घंटे आधे घंटे का समय मिलता
(र) मेरे घर रहे
(ल) जब में उनके साथ चाय पिता था
(व) अन्यथा उनका समय अन्य व्यक्ति अधिकतर
(6) उनकी अनिच्छा से अपने अधिकार में कर लेते
(क) य व ल र
(ख) र य ल व
(ग) ल र व य
(घ) व य र ल
6. (1) जिस समाज में ब्याहता को
(य) अकारण ही अग्नि की भेंट चढ़ा दिया जाता हो
(र) वह समाज निश्चित रूप से
(ल) प्यार के स्थान पर यातना दी जाती है
(व्) सभ्यों का समाज नहीं
(6) अपितु नितांत असभ्यों का समाज है
(क) य व र ल
(ख) र ल व य
(ग) ल य र व
(घ) व र य ल
उत्तर – 1.क 2.घ 3.क 4.ख 5.ख 6.ग
धन्यवाद